Friday, 13 May 2016

hindi shayari on love sad in hindi language Download

hindi shayari on love in hindi language Download

प्यार बनकर तेरे दिल मे रहने की तमन्ना है
याद बनकर तेरे सांसो मे समाने की तमन्ना है
सब चीज हासिल है ज़माने की मुझे
बस अब तुझसे रूबरू होने की तमन्ना है...🌷🌹
तुमसे दूर रह कर चाहत और भी बढ़ती जा
रही है
क्या कहूं कैसे कहूं, बात तो बिगड़ती
जा रही है ....!

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तालीम ऐ जिन्दगी हे ये जनाब.. 
इतनी आसानी से मुकम्मल न होगी...
शागिर्द हम कभी बन न पाएंगे... 
उस्ताद ये  बनने ना देगी...

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इस बनावटी दुनिया में कुछ सीधा सच्चा रहने दो,
तन वयस्क हो जाए चाहे, दिल तो बच्चा रहने दो,
नियम कायदो की भट्टी में पकी तो जल्दी चटकेगी,
मन की मिट्टी को थोडा सा तो गीला, कच्चा रहने दो|

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बड़ी हसरत से सर पटक पटक के गुजर गई, 
कल शाम मेरे शहर से आंधी ।।।।।
वो पेड़ आज भी मुस्कुरा रहें हैं, 
जिन्हें हुनर था थोडा झुक जाने का ।।।।।

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कौन कहता है क़ि चाँद तारे
तोड़ लाना ज़रूरी है
दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज़,
वही काफ़ी है 😊👍👍

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बहुत मसरुफ हो तुम भी...
बहुत मसरूफ है हम भी...!!!
तुम्हें खुद से नही फुरसत...
और हमें...तुमसे नही फुरसत...!!!

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*अब भी चले आते हैं रोज़ वो मेरे ख़यालों में*
*रोज़ लगती है हाज़िरी, उस गैर-हाज़िर की*

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एक पल के लिए अपनी साँस रोक के देखो,
बस इतनी ही सी तकलीफ़ देती है तेरी ख़ामोशी मुझे....!!

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सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती हैं किसी अपने से बात हो तो खास होती हैं हंस के प्यार से अपनों को “शुभ दिन ” बोल दो फिर तो ख़ुशी अपने आप साथ होती हैं “शुभ दिन “

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कितने भी अच्छे कर्म कर लो
तारीफ  मुक्तिधाम  में  ही  होगी..।।

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छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं,
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है........✍🏾

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मुझसे दोस्त तक नहीं बदले जाते, लाख दूरी होने पर,
और,यहाँ लोगों के भगवान बदल जाते हैं, एक मुराद, पूरी ना होने पर...

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तालीम ऐ जिन्दगी हे ये जनाब.. इतनी आसानी से मुकम्मल न होगी...
शागिर्द हम कभी बन न पाएंगे... उस्ताद ये  बनने ना देगी...

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बचपन में जहाँ चाह हंस लेते थे
जहाँ चाह रो लेते थे, पर अब
मुस्कान को तमीज चाहिए
और आंसुओं को तन्हाई.🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻

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जय जिनेन्द्र ,
चलो आओ ! थोड़ी मुस्कुराहट बाँटते है
थोड़ा दुख तकलीफों को डाँटते है
क्या पता ये साँसे चोर कब तक हैं ?
क्या पता "जिन्दगी की चरखी" में ड़ोर कब तक हैं ?


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कब उनकी आँखों से इज़हार होगा,
दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा,
गुज़र रही हे रात उनकी याद में,
कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा!

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मेरी मोहब्बत को अपने दिल में ढूंढ लेना,
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूंध लेना
मिल जाये अगर प्यार तो खोना नहीं,
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं. .
मुझसे रूठ जाने को बहाना अच्छा है,
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है
मिल कर फिर खुशिओं को बाटना है,
टमाटर ज़रा बारीक ही काटना है
लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएँ,
चावल टाइम पे देख लेना कही जल न जाएँ
कैसी लगी ग़ज़ल बता देना,
नमक कम लगे तो और मिला लेना

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प्रेम सदा माफ़ी मांगना पसंद करता है
और अहंकार सदा माफ़ी सुनना पसंद करता है।

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किलो के भाव बिक गयी वो सब कॉपियाँ*
*मोती से अक्षरों पे जहाँ वैरी गुड मिले थे कभी*

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बचपन में जहाँ चाह हंस लेते थे
जहाँ चाह रो लेते थे, पर अब
मुस्कान को तमीज चाहिए
और आंसुओं को तन्हाई.🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻

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✏हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,
✏बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने मे,
✏एक पल मे किसी को भुला ना देना,
✏ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे…⚜
🌾🌾🌾🌾🌾🌾🙏

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जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ ।

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इतना ही गुरुर है तो मुकाबला इश्क से कर ऐ बेवफा,
हुस्न पर क्या इतराना जो मेहमान है कुछ दिन का।

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कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग,
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते।

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उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है,
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है।

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जीना चाहा तो जिंदगी से दूर थे हम,
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम,
सर झुका कर कबूल कर ली हर सजा,
बस कसूर इतना था कि बेकसूर थे हम।

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तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनाहगार हो गये।

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चुप हैं किसी सब्र से तो पत्थर न समझ हमें,
दिल पे असर हुआ है तेरी बात-बात का।🌹🌹

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 टूटे हुये सपनो और रूठे हुये अपनों ने उदास कर दिया,
वरना लोग हमसे मुस्कराने का राज पूछा करते थे । 🌺🌺

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 🌺 जब भी तेरी यादों को आसपास पाता हूँ,
खुद को बहुत ज्यादा उदास पाता हूँ,
तुझे तो मिल गई खुशियाँ ज़माने भर की,
मै अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ...।🌺

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 🌺 प्यार तो ज़िन्दगी को सजाने के लिए है,
पर ज़िन्दगी बस दर्द बहाने के लिए है,
मेरे अंदर की उदासी काश कोई पढ़ ले,
ये हँसता हुआ चेहरा तो ज़माने के लिए है।🌺

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🌺 सौ बार चमन महका,
सौ बार बहार आई,
दुनिया की वही रौनक,
दिल की वही तन्हाई।🌺

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 🌺 मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसी है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही ।👀

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हथेली पे उसका नाम तो लिख लिया ऐ दोस्त ….
पर ये न सोचा कि… तकदीर तो खुदा लिखता है।…

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ना रखना उम्मीद  ए वफ़ा, इन तितलियों पर..
एक ही फूल पर बैठे रहना, इनकी फितरत में नहीं

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भरोसा और उम्मीद ही वह शक्ति है जिससे आप अदृश्य को भी देख सकते हैं, अविश्वसनीय पर विश्वास कर सकते हैं, और असंभव को भी संभव बना सकते हैं !!

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हो सके तो मुस्कुराहट बाँट यार।
नातों में कुछ सरसराहट बाँट यार॥
नीरस सी हो चली है जिंदगी बहुत।
थोडी सी इसमें शरारत बाँट यार॥
जहाँ भी देखो ग़म पसरा है आँसू हैं,
थोडी सी नातों में हरारत बाँट यार॥
नहीं पूछता कोई भी ग़म इक दूजे के।
लोगों में थोडी सी ज़ियारत बाँट यार॥
सब भाग रहे हैं यूँ ही इक दूजे के पीछे।
अब सुकून की कोई इबारत बाँट यार॥
जीने का अंदाज जाने कहाँ खो गया।
नफ़रत छोड प्यार मोहब्बत बाँट यार॥
ज़िन्दगी न बीत जाये यूँ ही दु:ख दर्द में।
बैचेनियों को कुछ तो राहत बाँट यार॥
🙏🌹Gud day take care 👍😊

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क्या तुम्हें सुनना है.......क्या मैं बोलूं
...लफ्ज़ ही नही मिल रहे.. सुन लो ना मेरी ख़ामोशी को....

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झुका ली उसने नजरें
     जब मेरा नाम आया ...
इश्क़ मेरा नाक़ाम ही सही
     पर कहीं तो काम आया !!
🍁🍂

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हमें भी याद रखें जब लिखें तारीख गुलशन की;
कि हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना।

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 हर बार मुकद्दर को कुसूरवार कहना
अच्छी बात नहीं,,,
.
.
कभी कभी हम उन्हें मांग लेते है जो
किसी और के होते है,,,

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पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती दिल में क्या है वो बात नही समझती तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच में है पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती…

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मेरी ख्वाबिन्दा उम्मीदों को जगाया क्यों था … 
दिल जलना था तो फिर तुमने दिल लगाया क्यों था .. 
अगर गिरना था इस तरहा नजरोसे हमें … 
तो फिर मेरे इस्सक को कलेजे से लगाया क्यों था..

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शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई...!
तुझे भुलाने की जीद थी मगर तेरी आदत सी हो गई..!!!

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 तेरी ख्वाहिशों पे चलते चलते थक से गए हैं...
तुझतक पहुँचने का रास्ता इतना लम्बा क्यों है......

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 बेवफा वक़्त था..?
तुम थे..?
या मुकद्दर था मेरा..?
बात इतनी ही है की अंजाम जुदाई निकला ।

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चांदी हो दिन में सोने की हो रातें
जा खो जा ख्वाबों में
यहां यू हीं चलती रहेगीं बातें 💐💐

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 🌹 कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें,
सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं।🌹

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 "इंसान तब बड़ा नही होता जब वह बड़ी बड़ी बाते करता है ।।
बल्कि तब बड़ा होता है जब वह छोटी छोटी बातो को समझने लगता है।।

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 हो सके तो मुस्कुराहट बांट यार।
नातों में कुछ सरसराहट बांट यार॥
नीरस सी हो चली है जिंदगी बहुत।
थोडी सी इसमें शरारत बांट यार॥
जहां भी देखो ग़म पसरा है आंसू है।
थोडी सी नातों में हरारत बांट यार॥
नही पूछता कोई भी ग़म इक दूजे के।
लोगों में थोडी सी जियारत बांट यार॥
सब भाग रहे हैं यूं ही इक दूजे के पीछे।
अब सुकून की कोई ईबारत बांट यार॥
जीने का अंदाज़ न जानें कहां खो गया।
नफ़रत छोड प्यार मोहब्बत बांट यार॥
ज़िन्दगी न बीत जाये यूं ही दुख दर्द में।
बेचैनियों को कुछ तो राहत बांट यार॥

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अजीब मजबुरिया होती है मोहब्बत की भी...
ना हम उनके साथ रह सकते है, ना उनके बगैर!!

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 जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है..
अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता...

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अपनी वफ़ा का इतना दावा ना कर ए दोस्त,
मैंने रूह को जिस्म से बेवफाई करते देखा है....

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 तुम आस पास ना आया करो जब मैं शराब पीता हूँ...क्या है कि मुझसे दुगना नशा सभांला नहीं जाता.

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बताँऊ तुम्हें एक निशानी उदास लोगों की..... 
कभी गौर करना यें हसंते बहुत हैं

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 कभी फुर्सत मिले तो याद कर लेना,
दोस्तों हम तो एक हिचकी से भी खुश हो जाएंगे.......

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 जिंदगी का
सबसे बड़ा साथी गुलाब है
हाथ में थमाओ तो यार
और बालों में लगाओ तो प्यार है
शीष पर रखो तो ज्ञान
और चरण पर रखो तो ध्यान है
कद्र करो इसकी यह संत है
जब गिरे शरीर पर
तो समझो हमारा अंत है

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धीरे धीरे अब तेरे प्यार का दर्द कम हुआ,
न तेरे आने की ख़ुशी हुई और न जाने का गम हुआ,
जब लोग मुझसे पूछते हैं हमारी दोस्ती की दास्तान,
मैं कह देता हूँ की वो एक फ़साना था जो अब ख़त्म हुआ…

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वो सुबह कभी तो आएगी
इन काली सदियों के सर से,
जब रात का आंचल ढलकेगा
जब दुख के बादल पिघलेंगे,
जब सुख का सागर छलकेगा
जब अम्बर झूम के नाचेगा,
जब धरती नज़्में गायेगी
वो सुबह कभी तो आयेगी ॥

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टूटे हुए सपनो,
और छुटे हुए अपनों ने मार दिया,
वरना ख़ुशी खुद हमसे,
मुस्कुराना सिखने आया करती थी
🐬🐬.

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झांक रहे सब सबके आँगन,
अपने आँगन झाँके कौन?
ढूँढ रहे दुनियाँ में खामी,
अपने मन में झाँके कौन?
सबके भीतर चोर छुपा है,
उसको अब ललकारे कौन?
दुनियाँ सुधरे सब चिल्लाते,
खुद को आज सुधारे कौन?
पर उपदेश कुशल बहुतेरे,
खुद पर आज बिचारे कौन?
हम सुधरें तो जग सुधरेगा,
इस मुद्दे पर सब हैं मौन???

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 पता ही नहीं चला के कब ज़िन्दगी
इतनी दुर ले आयीं के
पुराने दोस्त बस Contact List मे एक नाम से बन कर रह गए

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 जख़्म हल्का सा है नासूर हो जायेगा
ना जाने कौन कितना मजबूर हो जायेगा ।
कीमत समझो बूंद बूंद पानी की ।
वर्ना देश का कोना कोना "लातूर" हो जायेगा।

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 🌹 तेरे आने से पहले उदासी रहती है,
तेरे जाने के बाद उदासी छाती है…
इस बीचजो वक़्त गुज़रता है उसे मैं
ज़िन्दगी नाम देता हूँ…🌹

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 💐
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और खुदा के बीच में,
ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नहीं..🙏

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 👀
कोई अब जगाती हैं इन आँखों को रातों में…
हमने सोने का वक़्त अब बदल लिया हैं…👀

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 👀 शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना,
गमों की महफिल भी कमाल जमती है।👀

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 Bhale hi Ruth jaun tumse, magar maan Jana bhi to hai 😊
Bhale hi khamosh rahun main, pyar lekin jatana bhi to hai 💐💐💐

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 Door Jata Hai To Wo Mujhko Bhool Jata Hai
Paas Aata Hai To Mai Khud Ko Bhool Jati Hun

Aisa Aksar Hota Hai Raton Me Sanam
Nind To Aati Hai Magar Sona Bhool Jati Hun

Le Gaya Dil, Jane Kab Lautakar Dega
Samne Aata Hai To Mangna Bhool Jati Hun

Is Shahar Me Tera Koi Apna Rahta Hai
Us Pardeshi Ko Ye Batana Bhool Jati Hun

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🕉🙏सुप्रभात:प्रिय आत्मन्🙏🕉
✍� मैं लिखता आँखन की देखी ✍�
स्नेहिल आत्मजनो,
आपके भीतर विराजमान परमात्मा को प्रेम प्रणाम🙏
निदा फ़ाजली की लिखीे एक पंक्ति से आज की सुबह के चिंतन धरा में आपको सम्मिलित कर रहा हूं

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" दुनियां जिसे कहते है
  जादू का खिलौना है,
  मिल जाए तो मिटटी है
  खो जाए  तो सोना है।"
🔵

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जीवन की भाग-दौड़, अफरा- तफरी,
भौतिक सुख-साधनों की चाह का पागलपन, धन-बल के मद में  मदान्धता  के बीच जीवन की वास्तविकता को उजागर किया है निदा फ़ाजली साहब ने।
🏽
हमने कभी इस "और- और" की दौड़ में भागते हुए एक क्षण को भी ये विचार नहीं किया की अब तक प्राप्त सांसारिक वस्तुओ से कभी तृप्ति की अनुभूति हुई है अथवा मृग-मरीचिका में उलझ कर भटके हुए है।

🔴

दुनिया तो वास्तव में कितना बड़ा जादू का खिलौना है।
जो वस्तु, रिश्ते,मित्र हमारे पास है, उनकी तो हम कद्र नहीं करते है, उनको मिटटी की तरह मानते हुए उनका तिरस्कार करते है तथा
अप्राप्त को सोना मानते हुए उसके पीछे भागते रहते है और जीवन    बर्बाद कर लेते हैं।
💡

इस लिए हमारे पास जो भी है, उसका आनन्द ले,
सम्यक उपार्जन करे,
और मस्ती में रहे फकीरो जैसे।

🔷

किसी ने सही कहा है....
"मज़ा कहा नहीं जाए इस फ़क़ीरी का"
फ़क़ीरी का अपना आनंद है, मजा है,
और फक्खड़पन से अनुभूत अलौकिक आनन्द हम सभी को उपलब्ध हो, इसी मंगल कामना के साथ......

           🙏 ध्यानम् 🙏

---------

कभी ख़ुशी कभी ग़म है
किसी शहर में, एक आदमी प्राइवेट कंपनी में जॉब
करता था | वो अपनी ज़िन्दगी से खुश नहीं था , हर
समय वो किसी न किसी समस्या से परेशान रहता था
| एक बार शहर से कुछ दूरी पर एक महात्मा का
काफिला रुका, शहर में चारों और उन्ही की चर्चा
थी |
बहुत से लोग अपनी समस्याएं लेकर उनके पास पहुँचने लगे
, उस आदमी ने भी महात्मा के दर्शन करने का निश्चय
किया | छुट्टी के दिन सुबह -सुबह ही उनके काफिले
तक पहुंचा |
बहुत इंतज़ार के बाद उसका का नंबर आया | वह बाबा
से बोला , बाबा , मैं अपने जीवन से बहुत दुखी हूँ , हर
समय समस्याएं मुझे घेरी रहती हैं , कभी ऑफिस की
टेंशन रहती है , तो कभी घर पर अनबन हो जाती है ,
और कभी अपने सेहत को लेकर परेशान रहता हूँ बाबा
कोई ऐसा उपाय बताइये कि मेरे जीवन से सभी
समस्याएं ख़त्म हो जाएं और मैं चैन से जी सकूँ ? बाबा
मुस्कुराये और बोले , पुत्र , आज बहुत देर हो गयी है मैं
तुम्हारे प्रश्न का उत्तर कल सुबह दूंगा – लेकिन क्या
तुम मेरा एक छोटा सा काम करोगे ?
हमारे काफिले में सौ ऊंट है। मैं चाहता हूँ कि आज
रात तुम इनका खयाल रखो | जब सौ के सौ ऊंट सो
जाये तो तुम भी सो जाना , ऐसा कहते हुए महात्मा
अपने तम्बू में चले गए |
अगली सुबह महात्मा उस आदमी से मिले और पुछा ,
कहो बेटा , नींद अच्छी आई ? वो दुखी होते हुए
बोला :
कहाँ बाबा , मैं तो एक पल भी नहीं सो पाया. मैंने
बहुत कोशिश की पर मैं सभी ऊंटों को नहीं सुला
पाया ।।
बाबा बोले , बेटा , कल रात तुमने अनुभव किया कि
चाहे कितनी भी कोशिश कर लो सारे ऊंट पर
नियंत्रण नहीं कर सकते | तुम एक को बैठाओगे तो कहीं
और कोई दूसरा खड़ा हो जाएगा | इसी तरह तुम एक
समस्या का समाधान करोगे तो किसी कारणवश
दूसरी खड़ी हो जाएगी |
पुत्र जब तक जीवन है ये समस्याएं तो बनी ही रहती
हैं कभी कम तो कभी ज्यादा |
तो हमें क्या करना चाहिए ? आदमी ने
जिज्ञासावश पुछा इन समस्याओं के बावजूद जीवन
का आनंद लेना सीखो
कल रात क्या हुआ ?
1) कई ऊंट बैठ गए
2) कई तुमने अपने प्रयास से बैठा दिए
3) बहुत से ऊंट तुम्हारे प्रयास से भी नहीं बैठे और बाद
में तुमने पाया कि उनमे से कुछ खुद ही बैठ गए
कुछ समझे ?
समस्याएं भी ऐसी ही होती हैं
1) कुछ तो अपने आप ही ख़त्म हो जाती हैं
2) कुछ को तुम अपने प्रयास से हल कर लेते हो
3) कुछ तुम्हारे बहुत कोशिश करने पर भी हल नहीं
होतीं
ऐसी समस्याओं को समय पर छोड़ दो | उचित समय पर
वे खुद ही ख़त्म हो जाती हैं | जीवन है, तो कुछ
समस्याएं रहेंगी ही रहेंगी | पर इसका ये मतलब नहीं
की तुम दिन रात उन्ही के बारे में सोचते रहो |
समस्याओं को एक तरफ रखो और जीवन का आनंद लो
| चैन की नींद सो |जब उनका समय आएगा वो खुद ही
हल हो जाएँगी |
बिंदास मुस्कुराओ क्या ग़म है |
ज़िन्दगी में टेंशनकिसको कम है |
अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है |
जिन्दगी का नाम ही कभी ख़ुशी कभी ग़म है |

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जीने की नयी अदा दी है, खुश रहने की उसने दुआ दी है, ऐ खुदा मेरे दोस्तों को सालामत रखना, जिसने अपने दिल में मुझे जगह दी है


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जहाँ हिम्मत समाप्त होती है.
वहीँ हार की शुरुआत होती है.
आप धीरज मत खोइए.
अपना कदम फिर से उठाइए.

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 सितारे चाहते हैं की रात आये हम क्या लिखें की आपका जवाब आये सितारों की चमक तो नहीं मुझ मैं हम क्या करें की हमारी याद आये “शुभ रात्रि “

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मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में; मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में; सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं; जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।

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 जन्नत मैं सब कुछ हैं मगर मौत नहीं हैं .. धार्मिक किताबों मैं सब कुछ हैं मगर झूट नहीं हैं दुनिया मैं सब कुछ हैं लेकिन सुकून नहीं हैं इंसान मैं सब कुछ हैं मगर सब्र नहीं हैं

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 दुनिया में धोखा आम बात है।
अब सूरज को ही देख लो
आता है किरण के साथ
रहता है रोशनी के साथ
और जाता है संध्या के साथ।

🚀🚀🚀🚀🚀🚀🚀

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अरे Pagli ! तेरी 1 # Smile के लिए हम “Duniya” भुला देंगे, तो सोच तेरे 1 #आँसू के लिए कितनों को सुलादेंगे…😎

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 कितने झूठे हो गये हम, बचपन में अपनो से भी रोज रूठते थे,
अब दुश्मनों से भी मुस्कुरा कर मिलते है..

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 किसी ने "ज़हर" कहा है,,,
किसी ने "शहद" कहा ..
कोई समझ नहीं पाता है
"ज़ायका" मोहब्बत का !!

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 कुछ तो शराफत सीख ले ऐ मोहब्बत शराब से...
बोतल पे कम से कम लिखा तो है कि ” मै जानलेवा हूँ”.

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तेरे लिबास से मोहब्बत की है..
तेरे एहसास से मोहब्बत की है..

तू मेरे पास नहीं फिर भी..
मैंने तेरी याद से मोहब्बत की है..

कभी तू ने भी मुझे याद किया होगा..
मैंने उन लम्हों से मोहब्बत की है..

जिन मे हो सिर्फ तेरी और मेरी बातें..
मैंने उन अल्फाज से मोहब्बत की है..

जो महकते हो तेरी मोहब्बत से..
मैंने उन जज्बात से मोहब्बत की है..

तुझ से मिलना तो अब एक ख्वाब लगता है..
इसलिए तेरे इंतजार से मोहब्बत की है..,

"

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बिकती है ना ख़ुशी कहीं,
ना कहीं गम बिकता है...

लोग गलतफहमी में हैं,
कि शायद कहीं मरहम बिकता है..

इंसान ख्वाइशों से बंधा
हुआ एक जिद्दी परिंदा है...,

उम्मीदों से ही घायल है...
उम्मीदों पर ही जिंदा है...!

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कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर,
ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर..
            🙏🏻🙏🏻

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 “एक ही बात इन लकीरों में अच्छी हैं..
धोखा देती हैं, मगर रहती हाथ में ही हैं..”
           🌷🙏🏻🌷

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: "जिंदगी की परीक्षा में ..
कोई नम्बर ..नहीं मिलते
है साहब .........
लोग ..आपको दिल से
याद करे ..तो समझ
लेना आप पास हो गए।"
🌹

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 ना बुरा होगा, ना बढ़िया होगा,
होगा वैसा, जैसा नजरिया होगा ।
            🌷🙏🏻🌷

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: राधे मतलबी दुनिया में
लोग अफसोस से कहते है की...
कोई किसी का नहीं...?
लेकिन कोई यह नहीं सोचता की हम किसके हुए...!!!
राधे राधे जी

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 जो इंसान "खुद" के लिये जीता है उस का एक दीन "मरण" होता है।
          पर...
      जो इंसान "दुसरो" के लिये जीता है उस का हमेशा "स्मरण" होता है।

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 दर्द के इस कारवाँ में हम अकेले ही नहीं हैं
कितने ही  गुमनाम चेहरे साथ चलते हैं निरंतर

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 ज़िन्दगी हर रोज़ वो लम्हा दिखती है..
जिस लम्हे को सुधारने में पूरी ज़िन्दगी लगा दी।।

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 कैसे कहूँ की उसके धोखे ने किया है,
मेरा कत्ल तो मेरे भरोसे ने किया है !!

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 जो लिबासों को बदलने का शौक़ रखते थे........!!
आखरी वक़्त ना कह पाए क़फ़न ठीक
नहीं.........!!

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 "थोड़ी सी तो मेहरबान हो जा मुझ पर...ऐ खुशी...!
थक गया हूँ हँसी की आड़ में गम छुपाते छुपाते..."

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 तुझे भुलाने के हज़ार तरीक़े सोचता रहा रात भर,
और इस तरह तेरी याद में एक रात और गुज़र गयी..

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बेगुनाह कोई नही !
सबके राज़ होते है !!
.
.
.
.
किसी के छुप जाते है !
किसी के छप जाते है !!!!
🙏🙏
Good morning

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“हमें अक्सर यह महसूस होता है कि हमसे
ज्यादा दूसरो का जीवन अच्छा है...
किन्तु हम ये भूल जाते हैं कि दूसरो के लिए
हम भी दूसरे ही होते हैं...!!!"
आपका दिन शुभ हो...

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होठों को छूआ उसने
एहसास अब तक है।
आँखों में नमी और
साँसों में आग अब तक है।
वक़्त गुज़र गया पर याद,
उसकी अब तक है।
क्या पानीपूरी थी यार
स्वाद अब तक है ।😝😝😝

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 🙏🙏🙏🙏
हे ईश्वर ...आँसू इतने मंहगे कर दे... कि किसी की आँखो मे आ ना सकें...
और हंसी इतनी सस्ती कर दे...
कि हर किसी के होंठो पर हरदम रह सके
...!!!🌺🙏🏽जय श्री कृष्णा 🌹

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😔__ हम आते हैं "#महफ़िल" में तो सिर्फ एक ही #वजह से...
" #यारों को रहे ख़बर कि अभी हम #जिंदा है___♏😔♈

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बड़ी अजीब सी बादशाही है दोस्तों के प्यार में,
ना उन्होंने कभी कैद में रखा, न हम कभी फरार हो पाए..

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 मेरे सजदों में कमी तो ना थी ऐ खुदा,
क्या मुझसे भी ज्यादा किसी ने माँगा था
उसे.....

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चला गया चांद देख सो गए सितारे भी
अब तो आजा ए नींद अधूरे है कुछ ख्वाब हमारे भी

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बड़ी अजीब है नादान दिल की खुवाहिश
या रब
अमल कुछ भी नहीं
और दिल तलबगार है जन्नत का ।

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 "सलीका परदे का बड़ा अजीब रखा है,
निगाहे जो कातिल है उन्हें ही खुला रखा है ।"

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 🍂🍃 हजारो फूल चाहिए एक माला
      बनाने के लिए,


Wednesday, 11 May 2016

love shayri in hindi for boyfriend

love Shayri in Hindi for BoyFriend GirlFriend

जल्दबाज़ी में अब बस सांस ही ली जाती है...
ज़िन्दगी कहाँ अब फुरसत से जी जाती है...

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पनाहों में जो आया हो, उस पर वार क्या करना
जो दिल हारा हुआ हो, उस पे फिर से अधिकार क्या करना
मोहब्बत का मज़ा तो, डूबने की कशमकश में है
जो हो मालूम गहरायी, तो दरिया पार क्या करना

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ऐ कलम जरा झुक कर चल गजब का मुकाम आया है
तेरी नोक के नीचे मेरे दोस्त का नाम आया है

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कहीं यादो का मुकाबला हो तो बताना यारो,

मेरे पास भी कीसी की यादें बेहीसाब होती जा रही है !!

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आओ इन कमरो के आइने उठाकर फैक दै......
बेअदब ये कह रहे है हम पुराने हो गये......

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दो गज से जरा ज्यादा जगह देना कब्र में मुझे,
की किसीकी याद में करवट बदले बिना मुझे नींद नहीं आती !!

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अज़ीब  पहेली  है  कहीं  रिश्तों  के  नाम  ही  नहीं  होते..,
और  कहीं  पर  सिर्फ  नाम  के  ही  रिश्ते  होते  है... ,
वक़्त  बदल  जाता  है  इंसान  बदल  जाते  हैं...
वक़्त  वक़्त  पे  रिश्तों  के  अंदाज़  बदल  जाते  हैं...

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ना जाने क्यों रेत की तरह.. 
हाथों से निकल जाते हैं 
वो लोग... 
जिन्हें जिन्दगी समझ कर.. 
हम कभी 
खोना नहीं चाहते...
🐬🐬
नहीं निकल पायेगें हाथों से 
गर रखो दिल में नफरत की कमी 
हाथों में मोहब्बत की नमी 

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मुझको ये भी नहीं मालूम कि जाना है कहाँ 
थाम ले कोई मेरा हाथ मुझे होश नहीं
जाने क्या टूटा है पैमाना कि दिल है मेरा
बिखरे-बिखरे हैं खयालात मुझे होश नहीं 

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जरूरत की तो सिर्फ जरूरत होती है 
बात ही सिर्फ मोहब्बत की होती है

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लोग कहते है तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है।
   यदि लोग सच में एक दुसरे के साथ होते
तो संघर्ष की जरुरत ही नहीं पड़ती।
बात कड़वी है पर सच है....

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कुछ मीठी सी ठंडक है 
आज इन हवाओं में...!
शायद तेरी यादों से भरा दराज़
खुला रह गया है...!!

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मत दे दुआ किसी को 
अपनी उमर लगने की, 
यहाँ ऐसे भी लोग है 
जो तेरे लिए जिन्दा हैं !!

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वो तो बारिश कि बूँदें देखकर 
खुश होते हैं,
उन्हें क्या मालूम 
कि हर गिरने वाला कतरा 
पानी नही होता।

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" सुना है दोस्ती  लाजबाब
करते हो तुम.....!!
" लो हमने दे दिया दिल ❤.....!!
" अब देखते हैं इसका क्या हाल
करते हो तुम.. 💖❤💖

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बहुत ही खूबसूरत है, तेरे अहसास की खुश्बू,
जितना भी सोचते है, उतना ही महक जाते हैं.!!

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“शिकायतें वहाँ होती हैं....
जहाँ ऐतबार ना हो...,
मेरा तो यकीन ही तुम हो....
तो शिकायत कैसी...।”

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हकीकत में ये ख़ामोशी हमेशा चुप नहीं होती।
कभी तुम ग़ौर से
सुनना ये बोहत क़िस्से सुनाती है।

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मुझे नफरत पसंद है,,,, 
मगर 
दिखावे का प्यार नहीं..

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हम तेरे इश्क़ के उस मुक़ाम पर आ पहुचे है ..
जहाँ दिल किसी और को चाहे तो गुनाह लगता है..

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क्या बोलेगी क्या लफ्ज बयां करेगी 
जिसकी हर अदा इक गूफ्तगू सी करती हैं

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ये कमाल शायरी का नही 
तेरी हौसलाअफजाई का है 
सुनने को तेरी वाह वाह लफ्ज खुद ब खुद उतर आते हैं

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लो इनकी कमी थी रगं ओ गुलिस्तां में 
आप का आना कुछ यूं हुआ 
हर तरफ इक खुशनुमा बहार छा गई 

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अधूरे से रहते मेरे लफ्ज़ तेरे ज़िक्र के बिना..!!
मानो जैसे मेरी हर शायरी की रूह तूम ही हो....!!

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कोई सहारा नहीं दुआ के सिवा,
कोई सुनता नीं खुदा के सिवा,
मैने भी जिन्दगी को करीब से देखा है,
मुश्किलों में कोई साथ नहीं खुदा के सिवा

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ना ये महफिल अजीब है, ना ये मंजर अजीब है; जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है; ना डूबने देता है, ना उबरने देता है; उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।

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*खुदा ने इश्क मे क्या इम्तियाज रखा है,*
*वही जो मर्ज है उसको इलाज रखा है..*

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जीने की नयी अदा दी है, खुश रहने की उसने दुआ दी है, ऐ खुदा मेरे दोस्तों को सालामत रखना, जिसने अपने दिल में मुझे जगह दी है |

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मोहब्बत में मैंने क्या कुछ नहीं लुटा दिया... "उस को पसंद था अँधेरा और मैंने खुद को बुझा दिया..."

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जब मैं डूबा तो समंदर को भी हैरत हुई मुझ पर
कितना तन्हा शख्स है, किसी को पुकारता भी नही

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हर पल में प्यार है, 
हर लम्हे में ख़ुशी है, 
कह दो तो यादें हैं, 
जी लो तो जिन्दगी हैं !!

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धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो
पत्थरों में भी ज़ुबां होती है दिल होते हैं
अपने घर के दरोदीवार सजा कर देखो
फ़ासला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है
वो मिले या न मिले हाथ बढ़ा कर देखो

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मुद्दत में वो फिर ताज़ा मुलाक़ात का आलम,
ख़ामोश अदाओं में वो जज़्बात का आलम,
अल्लाह रे वो शिद्दत-ए-जज़्बात का आलम,
कुछ कह के वो भूली हुई हर बात का आलम,
आरिज़ से ढ़लकते हुए शबनम के वो क़तरे,
आँखों से झलकता हुआ बरसात का आलम,
वो नज़रों ही नज़रों में सवालात की दुनिया,
वो आँखों ही आँखों में जवाबात का आलम

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 बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीँ जाता
जो बीत गया है वो गुज़र क्यूँ नहीं जाता

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कौन दोहराए पुरानी बातें
ग़म अभी सोया है जगाये कौन
वो जो अपने हैं, क्या वो अपने हैं
कौन दुःख झेले, आजमाए कौन
अब सुकून है तो भूलने में है
लेकिन उस शख्स को भुलाए कौन
आज फ़िर दिल है कुछ उदास-उदास
देखिये आज याद आए कौन

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दिल के दीवारो दर पे क्या देखा
बस तेरा नाम ही लिखा देखा
तेरी आंखों में हमने क्या देखा
कभी कातिल कभी खुदा देखा

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मोहब्बत है तुमसे इसलिए नजर अंदाज नहीं किया कभी...
वरना बेरुखी तुमसे कहीं बेहतर जानते हैं हम।

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जिस जिस ने मुहब्बत में,अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,उनको जुदा कर दिया|


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कल तक उड़ती थी जो मुँह तक ,
आज पैरों से लिपट गई ।
चंद बूँदे क्या बरसी बरसात की ,
धूल की फ़ितरत ही बदल गई ।।

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थकी-टूटी हुई नींदों के दरमियान अक्सर...
बहुत चुपके से जाग उठती हैं आपकी यादें......
उन यादों को कभी लफ्जों में ढाल दिया करो
खुद को भी कभी सभांल लिया करो

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छोडो वफ़ा  बे वफाई की तकरार 
आज फैसला ही करते हे 
चल मेरे साथ सदा के  लिए
वरना ले चल मुझे सदा के लिये

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' भुलना सीखिए जनाब.....।
एक दिन दुनिया भी वही....
करने वाली है.!!

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जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान भी दे दूँ . 
 इतने मासूम खरीददार से क्या लेन – देन करना .

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थोड़ी मस्ती, थोड़ा सा ईमान बचा पाया हूँ
ये क्या कम है मैं अपनी पहचान बचा पाया हूँ
कुछ उम्मीदें, कुछ सपने, कुछ महकी-महकी यादें
जीने का मैं इतना ही सामान बचा पाया हूँ

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"तू जी भर कर 
चाह ले उस को
जिस को तेरा दिल करता है,,
"मुझे भी ये देखना है
क़ि मेरे बाद कौन तुझे इस कद्र प्यार करेगा"


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अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी
दिलो पर राज किया और मोहब्बत को तरसे..!!

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जब से एक बेवफा का हमारे दिल मे बसेरा हो गया,
दिल तो दिल था पर मेरा साया भी हमसे दूर हो गया.
भरोसा था प्यार से रोशन होगी ज़िंदगी मेरी,
उस बेवफा ने ऐसा धोखा दिया के ज़िंदगीभर अंधेरा हो गया.

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तुज़े शिकायत है के मूज़े बदल दिया शब-ओ-रोज़ ने,
कभी खुद से बी तो सवाल कर तू वोही है या कोई ओर है..



मेरी वफ़एँ याद करोगे,
रो’गे फरियाद करोगे,
मुजको तो बर्बाद किया हे,
अब ओर किसे बर्बाद करोगे.

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हर दिल का एक राज़ होता है,
हर बात का एक अंदाज़ होता है ..
जब तक ना लगे बेवफ़ाई की ठोकर ,
हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है..