Thursday, 7 April 2016

hindi shayari on love

hindi shayari on love

सोचते हैं सीख लें हम भी बेरुखी करना;
प्यार निभाते-निभाते लगता है हमने अपनी ही कदर खो दी।

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काश तेरे दिल पे होता इक दरवाजा ………
अंदर जा कर कुंडी लगा देते सदा के लिये……

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रात आधी से ज़्यादा गई थी सारा आलम सोता था 
नाम तेरा ले लेकर कोई दर्द का मारा रोता था
तारे अक्सर डूब चले थे, रात में रोने वालों को 
आने लगी थी नींद- सी कुछ दुनिया में सवेरा होता था

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जिसको एहसासे ग़म नहीं होगा,
संग होगा सनम नहीं होगा !
यूं अचानक तेरे बिछड़ने का,
ग़म तो मुझ को भी कम नहीं होगा ! 
तुम ना समझोगे मेरे सर का जुनूं,
टूट जाएगा ख़म नहीं होगा !

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गिला भी उनसे होते है जिनसे शिकायत होती है ,
खफा भी उनसे होते है जिनसे मौहब्बत होती है !

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रुठ जाता हूं तुझसे 
मैं तुझी को मनाने के लिए
दूर जाता हूं तुझसे
जराऔर पास आने के लिए
तुझे क्या लगता है 
मुझे जीतना नही आता.???
मैं हार जाता हूं अकसर 
तुझी को जीत जाने के लिए

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किसी की अर्थी यात्रा मैं जाओ तो यह मत समझना कि आप उसे उसकी मंजिल पर ले जा रहे है बल्कि यह समझना की अर्थी पर लेटा हुआ इंसान मुर्दा हो कर भी तुम्हें तुम्हारी मंजिल दिखाने ले जा रहा है
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जादू आता है तुम्हे या किसी और इल्म मे माहिर हो ॥
हमारे दिल पे कब्जा किसी आम शक्स का काम नही

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वादे पे वो ऐतबार नहीं करते,
हम जिक्र मौहब्बत सरे बाजार नहीं करते,
डरता है दिल उनकी रुसवाई से,
और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते..,..!

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मत छेड उन तारो को 
साज फिर बज उठेगा 
उसी सरगम की तलाश में 
दिल बेवजह भटकेगा

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सोया तो जाने कब से हूं 
हमें भी प्यार से जगाये कोई

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आओ चुन कर रखें कुछ बेर हम भी 
कभी तो राम आयेगें मेरे यहां

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बेर कैसे होते है “शबरी” से पूछो,
राम जी से पूछोगे तो मीठा ही बोलेंगे !!”

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कोई अब जगाती हैं इन आँखों को रातों में…
हमने सोने का वक़्त अब बदल लिया हैं…

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मुकाम ऐ महोब्बत 👉तूने समझा ही नहीं…
वरना जहाँ तक है 👉तेरा साथ, वही तक होगी ज़िंदगी मेरी

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छोड़ दी सारी खाव्हिश जो तुझे पसंद ना थी ए दोस्त….
तेरी दोस्ती ना सही पर तेरी ख्वाहिश आज भी पूरी करते है..!!

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जिसको एहसासे ग़म नहीं होगा,
संग होगा सनम नहीं होगा !
यूं अचानक तेरे बिछड़ने का,
ग़म तो मुझ को भी कम नहीं होगा ! 
तुम ना समझोगे मेरे सर का जुनूं,
टूट जाएगा ख़म नहीं होगा !

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ये इत्तेफ़ाक़ नहीं कि आज हम तनहा है ……….
नाकाम होने के लिए भी बड़ी मशक्कत कि है हमने ……

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मुझे तो बस हर ख्वाहिश को अब तक अधूरा पाने की आदत सी हो गई है

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शुक्रगुजार हूं तेरा 
कोई तमन्ना तो पूरी की

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वो चुपके से जरूर आएगी मिलने मुझसे….
हकीकत नही तो “सपने” मे ही सही…

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ए इश्क…मुझको कुछ और जख्म चाहियें…!!!
अब मेरी शायरी में वो बात नहीं रही…!!

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हसरत दिल की जाने कब पूरी होगी 
लगता है मरने तक प्यास अधूरी ही होगी

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न जाने किस बात पे नाराज़ है
वो हमसे.....!!
ख्वाबों में भी मिलती है,
तो बात नहीं करती.....

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इतनी बदसलूकी ना कर ऐ जिंदगी...
हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले है.

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वक़्त से कहना ....
यूँ न झांके मेरी जिंदगी की झोपडी में, 
मेरी कुछ ख्वाहिशें ....
बेलिबास ही टहला करती हैं..!!!!!

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यूँ तो तैरने मे हो गया हूँ माहिर मैं,
फिर भी डूब जाता हूँ अक्सर तुम्हारे ख्यालो में ..!!

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" इज़ाज़त हो तो मांग लूँ तुम्हें... 
सुना हैं तक़दीर लिखी जा रही हैं...


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बङे बेताब थे वो मोहब्बत करने को,
जब मैने भी कर ली तो उन्होने शौक बदल लिया...

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कभी मुस्कुराती आँखें भी कर देती हैं, कई दर्द बयां,
हर बात को रोकर ही बताना जरूरी तो नहीं ......

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अकेले बैठोगे, तो मसले जकड लेंगे.... 
ज़रा सा वक़्त सही , दोस्तों के नाम करो...!!

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चलो सो जाते हैं तमाम हसरतें समेट कर,
रहा मेरा साँसों का रिश्ता शरीर से तो कल फिर मिलते हैं...

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मैंने रब से कहा वो चली गयी मुझे छोड़कर,
उसकी जाने क्या मज़बूरी थी;
रब ने मुझसे कहा इसमें उसका कोई कसूर नहीं,
यह कहानी मैंने लिखी ही अधूरी थी।

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मैं नाजुक बर्फ का एक टुकड़ा ; तुम
रखकर भूल गये कहीं ....

...
मैं कतरा-कतरा पिघलता रहा ; तुम
मेरा दर्द क्या जानो ........

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कहीं एक आख़िरी हद है..जहाँ दिल को बिखरना है,
वहीं से फिर मुझे अपना..सफ़र आग़ाज़ करना है,
मैं सूरज हूँ अंधेरों से..मुझे क्या फ़र्क़ पड़ता है,
जहाँ मैं आज डूबा हूँ...वहीं से कल मुझे उभरना है....

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मेरी तो बस एक छोटी सी ख्वाहिश हैं
की 
तुम्हारी कोई ख्वाहिश अधूरी ना रहे

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चन्द लम्हें जो गुज़ार आया हूँ 
अंजानो के साथ. . 
.दिल नहीं लगता मेरा.
..अब जाने पहचानों के साथ...

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गुज़र गया आज का दिन भी पहले की
तरह, न हमको फुर्सत मिली न उन्हें ख्याल आया...

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दोस्ती से प्यारा कोई रिश्ता नहीं होता, दुनियाँ में हर कोई इसे मिटा नहीं सकता, 
हमारा तो आपसे वो रिश्ता है, 
जिसे दुनियाँ तो क्या खुदा भी मिटा नहीं सकता..

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लगता है मेरी नींद का किसी के साथ चक्कर चल रहा है,
सारी सारी रात गायब रहती है !!!

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